आओ कविता पढ़े | Come poetry read in Hindi


आओ कविता पढ़े | Come poetry read in Hindi 


##कविता##

सत्य, अहिंसा, प्रेम शांति का;
वह था एक पुजारी।
उसके सम्मुख अंग्रेजों की,
 सारी सत्ता हरी।
सब धर्मों का प्रेमी था वह,
 राष्ट्रपिता कहलाता था।
बोलो कौन पुरुष था वह जो,
 'रघुपति राघव' गाता।।

आओ कविता पढ़े | Come poetry read in Hindi


To friends aap ko maloom ho hi Gaya hoga Ki yah Kavita kiski hai aur aap ko maloom nahi pada hai to aap ki jankari ke liye bata du ki yah poem Mahatma Gandhi hi ki likhi hai ji to friends aap ko maloom hoga Ki Mahatma Gandhi ji rashtrapita hai.



आओ कविता पढ़े | Come poetry read in Hindi

Mahatma Gandhi


महात्मा गांधी को ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का नेता और 'राष्ट्रपिता' माना जाता है। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम करमचंद गांधी था। मोहनदास की माता का नाम पुतलीबाई था जो करमचंद गांधी जी की चौथी पत्नी थीं। मोहनदास अपने पिता की चौथी पत्नी की अंतिम संतान थे।


गांधीजी विद्यार्थी के रूप में


 मोहनदास एक औसत विद्यार्थी थे, हालांकि उन्होंने यदा-कदा पुरस्कार और छात्रवृत्तियां भी जीतीं। वह पढ़ाई व खेल, दोनों में ही तेज नहीं थे। बीमार पिता की सेवा करना,घरेलू कामों में मां का हाथ बंटाना और समय मिलने पर दूर तक अकेले सैर पर निकलना, उन्हें पसंद था।

आओ कविता पढ़े बदल बोला कविता | बादल बोला-पानी भरकर


 उन्हीं के शब्दों में उन्होंने 'बड़ों की आज्ञा का पालन करना सीखा, उनमें मीनमेख निकालना नहीं।'
उनकी किशोरावस्था उनकी आयु-वर्ग के अधिकांश बच्चों से अधिक हलचल भरी नहीं थी। हर ऐसी नादानी के बाद वह स्वयं वादा करते 'फिर कभी ऐसा नहीं करूंगा' और अपने वादे पर अटल रहते। उन्होंने सच्चाई और बलिदान के प्रतीक प्रह्लाद और हरिश्चंद्र जैसे पौराणिक हिन्दू नायकों को सजीव आदर्श के रूप में अपनाया। 

आओ कविता पढ़े | Come poetry read in Hindi


To friends aapko Mahatma Gandhi ji ki poem aur thodi si Mahatma Gandhi ji ki information pasand aayi hogi.



Bhagwat Patel Web Developer

No comments:

Post a Comment